मजदूर उमेंद्र ठाकुर की मौत के मामले में आजाद नगर पुलिस की किरकिरी हो गई। एसआइ धर्मेंद्र राजपूत की बातों से उमेंद्र के परिजन भड़क गए और शव थाने में रख दिया। करीब पांच घंटे तक बहस चलती रही। अफसरों के पहुंचने पर स्थिति संभली और शव रवाना करवाया।