अधिकारियों ने बताया कि अभी तक ऐसी व्यवस्था नहीं है कि किसी बैंक को यह पता चल सके कि हितग्राही की दूसरे बैंक से प्रीमियम राशि कट रही है या नहीं। अब ऐसा सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिसमें यह पता करना आसान हो जाएगा।