राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित सदस्यों को नामित किया है. इनमें वरिष्ठ अधिवक्ता उज्ज्वल निकम, पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, प्रख्यात इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन और केरल के समाजसेवी सी. सदानंदन मास्टर के नाम शामिल हैं. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत राज्यसभा (संसद का उच्च सदन) में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं. इनमें से 238 सदस्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से निर्वाचित होते हैं, जबकि 12 सदस्यों को राष्ट्रपति द्वारा नामित किया जाता है. ये नामांकन उन व्यक्तियों का होता है जिन्होंने साहित्य, विज्ञान, कला या सामाजिक सेवा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया हो. G-20 के पीछे का ब्रेनहर्षवर्धन श्रृंगला भारतीय विदेश सेवा के सेवानिवृत्त राजनयिक हैं, जिन्होंने 2023 में भारत की G20 अध्यक्षता के मुख्य समन्वयक के रूप में भूमिका निभाई थी. इससे पहले वह भारत के विदेश सचिव, अमेरिका में भारत के राजदूत, बांग्लादेश में उच्चायुक्त और थाईलैंड में भारत के राजदूत जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं.इन देशों में प्रमुख जिम्मेदारियां निभा चुके हैं हर्षवर्धन श्रृंगलाहर्षवर्धन श्रृंगला ने अपने राजनयिक करियर में नई दिल्ली सहित कई देशों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं. अमेरिका में भारत के राजदूत बनने से पहले वे बांग्लादेश में उच्चायुक्त और थाईलैंड में भारत के राजदूत रह चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने फ्रांस (यूनेस्को), अमेरिका (संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क), वियतनाम (हनोई और हो ची मिन्ह सिटी), इजरायल और दक्षिण अफ्रीका (डरबन) में भी विभिन्न राजनयिक पदों पर सेवाएं दी हैं.कितने पढ़े लिखे हैं हर्षवर्धन श्रृंगला?डॉ. हर्षवर्धन श्रृंगला ने दिल्ली स्थित सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है. भारतीय विदेश सेवा में शामिल होने से पहले उन्होंने कॉर्पोरेट और सार्वजनिक क्षेत्रों में भी कार्य अनुभव हासिल किया. वे आर्थिक कूटनीति के विशेषज्ञ माने जाते हैं. अंग्रेजी और कई भारतीय भाषाओं के अलावा उन्हें फ्रेंच, वियतनामी और नेपाली भाषाओं का भी अच्छा ज्ञान है.ये भी पढ़ें-कसाब को फांसी दिलाने वाले वकील, पद्मश्री से सम्मानित... कौन हैं उज्जवल निकम, जिन्हें राज्यसभा के लिए किया गया मनोनीत