Jamaluddin alias Chhangur Baba: धर्मांतरण का मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर अब पूरी तरह से बेनकाब हो गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक छांगुर ने देश के 579 जिलों की पहचान कर वहां हिंदू बहुल इलाकों में युवतियों को मुस्लिम बनाने के लिए संगठित तौर पर साजिश रची थी. छांगुर ने 3,000 से ज्यादा युवाओं को अपने अनुयायी के रूप में तैनात कर रखा था. इसके साथ ही हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाने के लिए करीब 1,000 मुस्लिम युवकों की फौज तैयार की गई थी. महाराष्ट्र से लेकर बंगाल तक फैलाया जाल जमालुद्दीन उर्फ छांगुर का ये नेटवर्क महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, यूपी और बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था. ईडी को जांच में छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के 32 और बैंक खातों की जानकारी मिली है. सूत्रों के मुताबिक ईडी ने 10 वर्षों में किए गए लेन देन की सारी जानकारी मांगी है, क्योंकि ईडी को इन खातों से लगभग 100 करोड़ रुपये के लेन देन होने का शक है.दुबई और नेपाल में सबसे ज्यादा नेटवर्कएटीएस अफसरों की पूछताछ के दौरान रविवार को छांगुर बाबा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने बताया कि दुबई और नेपाल में उसके गिरोह का सबसे ज्यादा नेटवर्क है और यहां की कमान नसरीन संभालती थी. यहां से आने वाली रकम और संस्थाओं को सहयोग के लिए मददगार नीतू उर्फ नसरीन से ही संपर्क करते थे. एटीएस की पूछताछ में नसरीन ने क्या बताया ?एटीएस सूत्रों के मुताबिक धर्मांतरण के बारे में पूछे जाने पर छांगुर ने बार-बार कहा कि सबने अपनी मर्जी से ही इस्लाम कबूल किया है. जब रुपये देकर धर्मांतरण कराने की बात कही गई तो वो गोलमोल जवाब देने लगा. नसरीन से जब पूछा गया कि पैसे कहां-कहां खर्च होते थे तो इस पर नसरीन ने बाबा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये ही तय करते थे कि कितनी रकम कहां खर्च की जानी थी.ये भी पढ़ें: Watch: 'आज से आजाद हूं', तलाक की खुशी में दूध से नहाया शख्स, प्रेमी संग भाग गई थी पत्नी, वीडियो वायरल