किन बीमारियों से जूझ रही हैं मुकेश अंबानी की मां कोकिलाबेन, जानें ये कितनी खतरनाक?

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देश के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी की मां कोकिलाबेन अंबानी की तबीयत काफी खराब है. उन्हें हाल ही में मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. 91 साल की कोकिलाबेन को शुक्रवार (22 अगस्त) सुबह एयरलिफ्ट करके अस्पताल में एडमिट कराया गया. ऐसे में यह सवाल उठता है कि कोकिलाबेन किन-किन बीमारियों से जूझ रही हैं और ये बीमारियां कितनी खतरनाक हैं?क्या हो सकती हैं दिक्कतें?गौर करने वाली बात यह है कि कोकिलाबेन की बीमारियों को लेकर खास जानकारी नहीं मिली है. वहीं, अंबानी परिवार ने भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर समझते हैं कि उन्हें क्या-क्या बीमारियां हो सकती हैं. दरअसल, 91 साल की उम्र में शरीर बेहद कमजोर हो जाता है, जिसकी वजह से काफी दिक्कतें होती हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें हल्की कमजोरी और शारीरिक असंतुलन की शिकायत है. इसका मतलब यह है कि उन्हें चलने-फिरने में दिक्कत, बैलेंस नहीं बन पाना और थकान जैसी समस्याएं होती हैं. ये सभी उम्र से संबंधित कॉमन बीमारियां हैं. डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्गों में ऐसी दिक्कतें हड्डियों की कमजोरी, मांसपेशियों के कमजोर होने या फिर ब्लड प्रेशर की वजह से आती हैं.इन बीमारियों का हो सकता है खतराबुजुर्गों को सबसे पहले कमजोरी की दिक्कत हो सकती है, जो ऑस्टियोपोरोसिस की वजह से हो सकता है. ऑस्टियोपोरोसिस वह बीमारी है, जिसमें हड्डियां पतली और कमजोर हो जाती हैं. बुजुर्ग महिलाओं में ये बहुत कॉमन प्रॉब्लम है, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ हॉर्मोन्स चेंज होते हैं. अच्छी बात यह है कि कैल्शियम सप्लीमेंट्स, एक्सरसाइज और दवाओं से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. इसके अलावा वर्टिगो या बैलेंस डिसऑर्डर की वजह से शारीरिक डिसबैलेंस की दिक्कत हो सकती है. बुजुर्गों के ब्रेन में ब्लड सप्लाई कम होने या कान के अंदर के हिस्से कमजोर होने से चक्कर आते हैं. दावा किया जा रहा है कि कोकिलाबेन को ऐसी ही शिकायत है. इस दिक्कत को फिजियोथेरेपी और दवाओं से मैनेज किया जा सकता है.ये बीमारियां भी करती हैं परेशानउम्र बढ़ने पर हार्ट की प्रॉब्लम्स आम हैं. इनमें हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना या हार्ट फेल्योर जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. कोकिलाबेन की उम्र को देखते हुए इन दिक्कतों की आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा डायबिटीज जैसी बीमारी भी खतरनाक होती है, जो कंट्रोल नहीं हो तो किडनी, आंखें और नर्व्स डैमेज कर सकती है. साथ ही, बुजुर्गों के लंग्स कमजोर हो जाते हैं, जिससे सांस की दिक्कतें हो सकती हैं. वहीं, उम्र बढ़ने पर डिप्रेशन या डिमेंशिया हो सकता है, जिससे याददाश्त कमजोर होने का खतरा बढ़ जाता है. ये भी पढ़ें: पैंक्रियाटिक कैंसर से अमेरिका के फेमस जज फ्रैंक कैप्रियो का निधन, जानें यह बीमारी कितनी खतरनाक?Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.