पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है कि अगर अस्पताल सही समय पर इलाज देता तो उसके बच्चे की जान बच सकती थी, लेकिन पैसों के अभाव में अस्पताल ने इलाज देने से मना कर दिया।