चीनी राष्ट्रपति लंबे समय से दुनिया के सामने अपनी ताक़त दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. वह सिर्फ़ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में नहीं, बल्कि एक मज़बूत कूटनीतिक खिलाड़ी के तौर पर भी अपनी पहचान बनाना चाहते हैं.