महाराष्ट्र की सोशल वर्कर और एडवोकेट सरिता खानचंदानी ने बिल्डिंग की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। वे उल्हासनगर में अपने ऑफिस के सामने की एक बिल्डिंग से कूद गई थीं। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। डोंबिवली में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सरिता पेशे से वकील थीं। उन्होंने महाराष्ट्र में डीजे बंद करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। एक दिन पहले किराएदार से झगड़ा हुआ थाडिप्टी पुलिस कमिश्नर सचिन गोरे ने बताया कि सरिता ने अपने ऑफिस के पीछे का कमरा एक महिला को किराए पर दे रखा था। कमरा खाली करने को लेकर बुधवार को दोनों में झगड़ा हुआ था। इसके बाद महिला ने सरिता के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया था। सरिता हीराली फाउंडेशन के नाम से संस्था चलाती थीं। वे उल्हासनगर से होकर बहने वाली उल्हास और वालधुनी नदियों को प्रदूषणमुक्त करने के लिए काम करती थीं। वायु और जल प्रदूषण के विरोध में काम करने की वजह से उन्हें कई लोगों की नाराजगी भी उठानी पड़ी थी। ---------------------------------------------- यह खबर भी पढ़ें... रिपोर्ट- मुंबई और कोहिमा देश में महिलाओं के लिए सबसे सेफ, पटना और दिल्ली में सबसे कम सुरक्षित कोहिमा, विशाखापट्टनम, भुवनेश्वर, आइजोल, गंगटोक, ईटानगर और मुंबई देश में महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर हैं। वहीं, पटना, जयपुर, फरीदाबाद, दिल्ली, कोलकाता, श्रीनगर और रांची महिलाओं के लिए सबसे कम सुरक्षित शहर हैं। पूरी खबर पढ़ें...