मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन भारत की आत्मा है, जो धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र है। महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद उज्जैन की पहचान वैश्विक हुई है और यहां श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। उज्जैन काल गणना की नगरी है, भगवान कृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की। भारत में आत्मचिंतन के लिए सबसे अच्छा स्थान है और भारतीय संस्कृति की कोई सीमा नहीं है।