किताबों की चोरी की समस्या से निपटने के लिए, यूरोपोल ने 'ऑपरेशन पुश्किन' नामक अभियान चलाया. इस अभियान के दौरान, विभिन्न देशों के पुलिस अधिकारियों ने कई स्थानों पर छापे मारे.