अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग के साथ व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय बैठक के दौरान कहा कि उन्हें दुनियाभर में 7 संघर्षों को रोकने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि इनमें से 4 जंग टैरिफ से रुकवाई गईं। इनमें भारत और पाकिस्तान के बीच का संघर्ष भी शामिल है, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि वह न्यूक्लियर वॉर में तब्दील होने के करीब था। ट्रम्प ने कहा, 'मैंने सात युद्ध रोके जो चल रहे थे, जिनमें भारत और पाकिस्तान भी शामिल थे। वे हर जगह जेट मार गिरा रहे थे।' इसके अलावा ट्रम्प ने भारत-पाकिस्तान जंग के बीच 7 फाइटर जेट गिराने का दावा भी किया। ये उनके 19 जुलाई के 5 फाइटर जेट गिराने के दावे से ज्यादा है। हालांकि, उन्होंने इस बार भी साफ नहीं किया कि ये किसके जेट थे। जेडी वेंस बोले- अभी बहुत सारे पत्ते खेलने बाकी ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका ने ट्रिलियन डॉलर की कमाई टैरिफ से की और इसी रणनीति से युद्ध भी रोके। ट्रम्प से पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा था कि भारत पर लगाए सेकेंडरी टैरिफ भी वॉशिंगटन की उसी रणनीति का हिस्सा हैं। NBC न्यूज के कार्यक्रम 'मीट द प्रेस' से बात करते हुए वेंस ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन भारत पर टैरिफ लगाने सहित दूसरे उपायों के जरिए रूस के लिए अपनी तेल अर्थव्यवस्था से लाभ कमाना कठिन बना रहा है। वेंस ने कहा कि अमेरिका के पास अभी भी 'बहुत सारे पत्ते खेलने बाकी हैं' और इस बात पर जोर दिया कि ट्रम्प प्रशासन ने पहले ही पिछली सरकारों की तुलना में रूस पर ज्यादा आर्थिक दबाव डाला है। रूस और यूक्रेन से जंग को लेकर बातचीत कर रहा अमेरिका चीन के रूसी तेल खरीदने पर वेंस ने कहा कि, 'हमने अभी चीन पर 54 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, हमने पहले ही चीन पर काफी प्रतिबंध लगा दिए थे और चीनी सरकार कई बार बातचीत की है जिससे इस जंग को खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर रूस के साथ प्रगति होती है तो कुछ देशों पर टैरिफ घटाए जा सकते हैं। जरूरत पड़ी तो और बढ़ाए जाएंगे। अमेरिका यूक्रेन को ऐसी सुरक्षा गारंटी दे रहा है, जिससे दोबारा रूस हमला न कर सके। अमेरिका रूस और यूक्रेन दोनों से बातचीत की कोशिश कर रहा है, ताकि बीच का रास्ता निकले और युद्ध रुक सके। रूसी तेल खरीदने से भारत पर एक्स्ट्रा 25% टैरिफ ट्रम्प ने रूसी तेल खरीदने की वजह से भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, जो 27 अगस्त यानी कल से लागू हो जाएगा। इससे पहले ट्रम्प जुलाई में भारत पर 25% टैरिफ लगा चुके हैं, जिससे आने वाले दिनों में भारतीय सामान के आयात पर अमेरिका में 50% टैरिफ देना होगा। भारत रूसी तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार भारत, चीन के बाद रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से सिर्फ 0.2% (68 हजार बैरल प्रतिदिन) तेल इम्पोर्ट करता था। मई 2023 तक यह बढ़कर 45% (20 लाख बैरल प्रतिदिन) हो गया, जबकि 2025 में जनवरी से जुलाई तक भारत हर दिन रूस से 17.8 लाख बैरल तेल खरीद रहा है। पिछले दो साल से भारत हर साल 130 अरब डॉलर (11.33 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का रूसी तेल खरीद रहा है। ट्रम्प के ट्रेड एडवाइजर ने भारत पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया था इससे पहले ट्रम्प के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने भारत पर रूस से तेल खरीदकर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया था। नवारो ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि भारत सस्ते दाम पर रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है, इंडियन कंपनियां उसे रिफाइन कर महंगे दाम पर दुनिया में बेच रही हैं। उन्होंने कहा कि इससे रूस को यूक्रेन जंग के लिए पैसा मिल रहा है, जबकि भारत मुनाफा कमा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत हमें सामान बेचकर उससे मिलने वाले पैसों से रूसी तेल खरीदता हैं, जिससे तेल कंपनियां खूब पैसा कमाती हैं। इसलिए भारत पर टैरिफ लगाना जरूरी है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि रूस-यूक्रेन जंग की शांति का रास्ता भारत से होकर ही जाता है। भारत कई बार अमेरिकी आरोपों को खारिज कर चुका भारत कई यूक्रेन जंग को बढ़ावा देने वाले अमेरिकी आरोपों को खारिज कर चुका है। पिछले हफ्ते ही विदेश मंत्री जयशंकर ने रूस का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारत रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार नहीं है, बल्कि चीन है। ..................... अमेरिकी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... यूरोपीय देशों ने अमेरिका के लिए डाकसेवा रोकी: भारत के बाद ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, इटली ने सर्विस सस्पेंड की; ट्रम्प का टैरिफ वजह बना भारत के बाद कई यूरोपीय देशों ने भी अमेरिका के लिए डाक सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं। इनमें इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया समेत कई देश शामिल हैं। सर्विस सस्पेंड होने की वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नए टैरिफ नियम हैं। पूरी खबर पढ़ें...