Bhishma Pitamah kaun the: भीष्म पितामह का जीवन त्याग, धर्म और प्रतिज्ञा का अद्भुत उदाहरण है. गंगा के आठवें पुत्र होने के नाते उनका जन्म ही रहस्यमय और विशेष था. आज भी जब महाभारत की चर्चा होती है तो भीष्म पितामह की प्रतिज्ञा, उनका त्याग और उनका ज्ञान सबसे पहले याद किया जाता है. उनकी कहानी हर युग में लोगों को यह सिखाती है कि सच्चा योद्धा वही है जो अपने कर्तव्य को सबसे ऊपर रखता है.