प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को भारत की आत्मनिर्भरता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। यह न केवल भारत में नई तकनीक को बढ़ावा देगा, बल्कि वैश्विक बाजार में भारत का नाम भी रोशन करेगा। यह परियोजना रोजगार के अवसर पैदा करने और पर्यावरण के अनुकूल वाहनों को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।