UP News: आजकल तुरंत असर करने वाली अंग्रेजी दवाओं की डिमांड बढ़ रही है, लेकिन बाद में हार मानकर लोग आयुर्वेद की तरह ही रुख कर ले रहे हैं. चिरायता का काढ़ा यानी चाय आज भी प्रचलन में है.