वन्नियारासु ने जिस कहानी का जिक्र करते हुए यह विवादित बयानबाजी की, उसका संबंध उत्तर कांड में शंबूक प्रसंग से है. उत्तर कांड को रामायण का बाद में जोड़ा गया हिस्सा माना जाता है और इसकी प्रामाणिकता पर विद्वानों में मतभेद है.