शूटर से अफसर तक का सफर तय करने वाली मेधा रूपम नोएडा की पहली महिला डीएम हैं उनकी कहानी युवाओं के लिए मेहनत और लगन की सच्ची प्रेरणा है. मेधा रूपम नोएडा की पहली महिला डीएम बनकर सुर्खियों में हैं लेकिन उनकी कहानी सिर्फ अफसर बनने की नहीं बल्कि मेहनत, अनुशासन और हिम्मत की भी है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार भी काफी चर्चा का विषय बने हुए हैं, मेधा उन्हीं की बेटी हैं.मेधा का जन्म आगरा में हुआ उनकी शुरुआती पढ़ाई केरल में हुई उन्होंने क्लास 8 तक नेवल पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की और फिर सेंट थॉमस स्कूल तिरुवनंतपुरम से पढ़ाई पूरी की इसके बाद वह दिल्ली आईं और सेंट स्टीफंस कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स ऑनर्स किया. मेधा सिर्फ पढ़ाई में ही नहीं खेलों में भी आगे रहीं वह नेशनल लेवल की शूटर रहीं और केरल स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में तीन गोल्ड मेडल जीते 10 मीटर एयर राइफल में उन्होंने स्टेट रिकॉर्ड भी बनाया यहां तक कि अफसर बनने के बाद भी उन्होंने शूटिंग का शौक नहीं छोड़ा और मेरठ पोस्टिंग के दौरान प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता.सफरउनके पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता खुद आईएएस अधिकारी रहे हैं और अभी देश के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं पिता से ही मेधा को सिविल सर्विस में जाने की प्रेरणा मिली साल 2013 में उन्होंने यूपीएससी एग्जाम क्लियर किया और ऑल इंडिया 10वां रैंक हासिल किया उन्होंने साइकोलॉजी को अपना वैकल्पिक विषय चुना. मेधा की शादी मनीष बंसल से हुई है जो खुद 2014 बैच के IAS अधिकारी हैं दोनों की मुलाकात मसूरी के LBSNAA ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में हुई थी उनके दो बच्चे हैं.अफसर के तौर पर सफरमेधा 2014 बैच की IAS हैं उनकी पहली पोस्टिंग बरेली में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के तौर पर हुई इसके बाद उन्होंने मेरठ और उन्नाव में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, बाराबंकी में चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर और महिला कल्याण विभाग में स्पेशल सेक्रेटरी जैसे पद संभाले.हापुड़ और कासगंज में डीएम रहते हुए उन्होंने लोगों के बीच जाकर काम किया कासगंज में तो वे खुद ट्रैक्टर चलाकर बाढ़ग्रस्त इलाकों में पहुंचीं. फरवरी 2023 में उन्हें ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की एडीशनल सीईओ बनाया गया यहां उन्होंने ज्वार एयरपोर्ट इंटरनेशनल फिल्म सिटी इंडस्ट्रियल प्लॉट सफाई व्यवस्था और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम किया. अब 2025 में उन्हें नोएडा का डीएम बनाया गया और वह इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला हैं.यह भी पढ़ें : सीबीएसई का बड़ा कदम: बेहतर गवर्नेंस और स्कूलों की निगरानी के लिए 6 नए रीजनल ऑफिस