अक्सर ऐसा होता है कि चोट एक जगह लगती है लेकिन दर्द किसी और हिस्से में महसूस होता है. जैसे कंधे में चोट लगी हो और दर्द कोहनी या बाजू तक पहुंच जाए. इस तरह की समस्या को मेडिकल भाषा में रेफर्ड पेन (Referred Pain) कहा जाता है. यह सामान्य चोट या अकड़न नहीं, बल्कि नसों (Nerves) से जुड़ी मुश्किल प्रॉब्लम हो सकती है.क्या है रेफर्ड पेन?जब शरीर में किसी हिस्से को चोट, सूजन या दबाव की वजह से नस प्रभावित होती है, तो दर्द सीधे उसी जगह पर महसूस नहीं होता. नसें हमारे ब्रेन तक सिग्नल भेजती हैं, लेकिन कभी-कभी ब्रेन उस सिग्नल को गलत जगह से जुड़ा समझ लेता है. नतीजा यह होता है कि दर्द किसी और हिस्से में महसूस होने लगता है. उदाहरण के लिए अगर कंधे की नस दब गई है तो दर्द बाजू, कोहनी या यहां तक कि हाथ की उंगलियों तक पहुंच सकता है. यही रेफर्ड पेन है.रेफर्ड पेन क्यों होता है?नसों पर दबाव (Nerve Compression): चोट या हड्डी खिसकने से नस दब सकती है.सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस- गर्दन की हड्डियों की समस्या से भी कंधे और हाथ में दर्द महसूस हो सकता है.हार्ट और लंग्स की परेशानी- कई बार हार्ट रोग या लंग्स की समस्या का दर्द भी कंधे और हाथ में महसूस होता है.इंफ्लेमेशन (सूजन)- मांसपेशियों या टिश्यू में सूजन होने पर भी नसों से दर्द दूसरी जगह पहुंच सकता है.कितनी खतरनाक है?रेफर्ड पेन को हल्के में नहीं लेना चाहिए. अगर दर्द बार-बार हो या लगातार बढ़ रहा हो, तो यह शरीर के किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है.हार्ट अटैक के दौरान अक्सर मरीज को बायें कंधे से लेकर बाजू तक दर्द होता है.लंग्स में समस्या हो तो पीठ और कंधे में दर्द महसूस हो सकता है.सर्वाइकल या नस दबने की समस्या लंबे समय तक अनदेखी करने पर हाथ सुन्न होने और कमजोरी तक ले जा सकती है.क्या करें?बार-बार होने वाले दर्द को नजरअंदाज न करें.खुद से पेन किलर दवाएं लेने के बजाय डॉक्टर से जांच कराएं.सही फिजियोथेरेपी और एक्सरसाइज से कई मामलों में आराम मिल सकता है.हार्ट या लंग्स से जुड़ी परेशानी का शक हो तो तुरंत मेडिकल चेकअप जरूरी है.डॉक्टर का कहनाDr. Nabil Ebraheim अपने वीडियो में बताते हैं कि कोहनी में महसूस होने वाला दर्द अक्सर असल में कोहनी की बीमारी नहीं होता, बल्कि यह कंधे से आने वाला रेफर्ड पेन (Referred Pain) हो सकता है. उनका कहना है कि दर्द का यह पैटर्न मरीज और डॉक्टर दोनों को कंफ्यूज कर सकता है, क्योंकि प्रॉब्लम की जड़ कंधे की नसों, मसल्स या टेंडन में होती है जबकि दर्द कोहनी तक महसूस होता है. इसलिए किसी भी मरीज को कोहनी में लगातार दर्द हो तो केवल कोहनी की जांच न करके कंधे और गर्दन की भी जांच करना बेहद जरूरी है, ताकि सही कारण का पता चल सके और उचित इलाज मिल सके.इसे भी पढ़ें- मछली के साथ नहीं खानी-पीनी चाहिए ये चीजें, बढ़ जाता है मौत तक का खतराDisclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.