छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, इसी वजह से मूर्तिकार ने गणेशजी की पूरी मूर्ति धान से बनाई है. कान का बॉर्डर अलसी और अरहर से सजाया गया है, वहीं श्रृंगार के गहने राजमा से गढ़े गए हैं. गणेशजी के नाखून भी मसूर दाल से बनाए गए हैं. इसके अलावा गणेशजी को छत्तीसगढ़ी पारंपरिक धोती पहनाई गई है और उनके सिर पर किसानों का गमछा साफा बांधी गई है.