क्या आपके PF खाते में भी गड़बड़ी हुई है? कभी गलत मेम्बर ID लिंक हो जाना, कभी सर्विस हिस्ट्री गड़बड़ा जाना। ऐसी समस्याएं कई कर्मचारियों के साथ होती रही हैं। हालांकि अब राहत की खबर है। EPFO ने 17 जनवरी 2025 से नई सुविधा शुरू की है, जिसके जरिए आप खुद अपने UAN से गलत जुड़ी मेम्बर ID को ऑनलाइन डिलिंक कर सकते हैं। यानी अब न ऑफिस का चक्कर लगाने की जरूरत, न बार-बार फॉर्म भरने की। ऐसे में आज हम जरूरत की खबर में इसी बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि इसे कैसे ठीक किया जा सकता है। सवाल- सबसे पहले, UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) क्या है? जवाब- UAN यानी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर एक 12 अंकों का यूनीक नंबर है, जिसे EPFO (इंप्लॉइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन) हर योग्य सैलरी पाने वाले कर्मचारी को देता है। यह नंबर कर्मचारी की पहचान के तौर पर काम करता है और इसके जरिए एक ही व्यक्ति के अलग-अलग नियोक्ताओं से जुड़े मेम्बर IDs को जोड़ा जा सकता है। सीधे शब्दों में कहें तो UAN आपकी पूरी PF हिस्ट्री का एक छाता नंबर है, जिसके नीचे आप नौकरी बदलते समय मिलने वाले सभी PF अकाउंट्स को लिंक कर सकते हैं। सवाल- अगर किसी व्यक्ति को एक से ज्यादा UAN मिल गए तो क्या करना चाहिए? जवाब- कई बार ऐसा होता है कि नौकरी बदलने पर कर्मचारी को नया UAN अलॉट कर दिया जाता है। लेकिन EPFO के नियम साफ कहते हैं कि कर्मचारी को अपने जीवनकाल में केवल एक ही UAN रखना चाहिए। अगर आपके पास दो या उससे ज्यादा UAN हो गए हैं, तो आपको उन्हें मर्ज कराना होगा। इसके लिए आपको EPFO की वेबसाइट पर जाकर पुराने और नए दोनों UAN की जानकारी देनी होगी। EPFO आपके पुराने UAN को निष्क्रिय कर देगा और आपकी सारी सर्विस हिस्ट्री आपके मौजूदा सक्रिय UAN में जुड़ जाएगी। सवाल- मेम्बर ID और UAN में क्या फर्क होता है? जवाब- मेम्बर ID और UAN दोनों अलग-अलग चीजें हैं। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। सवाल- अगर मेरे UAN से गलत मेम्बर ID लिंक हो गई है तो क्या होगा? जवाब- अगर आपके UAN से गलत मेम्बर ID जुड़ जाती है, तो कई तरह की परेशानियां सामने आ सकती हैं। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। सवाल- EPFO ने हाल ही में क्या बदलाव किया है? जवाब- 17 जनवरी 2025 को EPFO ने एक सर्कुलर जारी किया। इसमें कहा गया कि अब सदस्य अपने UAN से गलती से जुड़े हुए मेम्बर ID को खुद डिलिंक कर सकते हैं। इसके लिए EPFO ने ऑनलाइन प्रोसेस उपलब्ध कराया है और एक यूज़र मैनुअल भी जारी किया है। इससे सदस्य को बार-बार EPFO दफ्तर या नियोक्ता के पास चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सवाल- मेम्बर ID को डिलिंक करने के लिए किसकी की जरूरत होगी? जवाब- UAN से गलत मेम्बर ID को डिलिंक करते समय कुछ जरूरी चीजों की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले आपका एक्टिव UAN नंबर होना चाहिए और EPFO पोर्टल (यूनिफाइड मेम्बर e-Sewa) का पासवर्ड पता होना चाहिए। इसके साथ ही आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए, क्योंकि OTP इसी नंबर पर आएगा। साथ ही, इंटरनेट कनेक्शन और एक अपडेटेड ब्राउजर की मदद से पोर्टल पर लॉगिन करने की सुविधा भी जरूरी होगी। सवाल- मेम्बर ID को डिलिंक करने का पूरा प्रोसेस क्या है? जवाब- EPFO के Unified मेम्बर Portal पर जाकर आप इस प्रोसेस को पूरा कर सकते हैं। आइए इन स्टेप्स को ग्राफिक के जरिए समझते हैं। सवाल- अगर OTP नहीं आता तो क्या करें? जवाब- अगर OTP दो मिनट के अंदर नहीं आता, तो स्क्रीन पर दिए रिसेंड बटन पर क्लिक करें। इससे नया OTP जनरेट होगा। ध्यान रखें कि OTP केवल आधार-लिंक मोबाइल नंबर पर ही आएगा, इसलिए नंबर सक्रिय होना जरूरी है। सवाल- क्या डिलिंक करने के बाद फिर से वही मेम्बर ID लिंक हो सकती है? जवाब- नहीं, एक बार गलत मेम्बर ID को डिलिंक करने के बाद वह आपकी सर्विस हिस्ट्री में नहीं दिखाई देगी। अगर वह सही में आपकी नौकरी से जुड़ी हुई थी, तो आपको अपने नियोक्ता से दोबारा सही तरीके से लिंक कराना होगा। सवाल- डिलिंकिंग की सुविधा से कर्मचारियों को क्या फायदे होंगे? जवाब- PF खातों में गड़बड़ी और गलत बैलेंस दिखने की समस्या से बचाव। इससे क्लेम या ट्रांसफर प्रोसेस में तेजी आएगी। साथ ही बार-बार EPFO ऑफिस या नियोक्ता से संपर्क करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डेटा सही और पारदर्शी रहेगा। सवाल- अगर किसी को दिक्कत आती है तो वह कहां संपर्क कर सकता है? जवाब- आप EPFO के हेल्पडेस्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं या 1800-118-005 EPFO टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। आप अपने नजदीकी EPFO ऑफिस में जाकर भी जानकारी ले सकते हैं। EPFO का यह नया कदम उन लाखों कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है, जिनके PF खातों में गलत मेम्बर IDs जुड़ गई थीं। अब वे बिना किसी झंझट के ऑनलाइन अपने UAN से गलत IDs डिलिंक कर सकते हैं। इससे न केवल डेटा सही रहेगा बल्कि भविष्य में PF क्लेम और पेंशन से जुड़े काम भी आसानी से होंगे। …… यूटिलिटी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें जरूरत की खबर- UPI में आने वाला है बड़ा बदलाव: ऑटो-डेबिट वाला UPI पुल ट्रांजैक्शन हो सकता है बंद, जानें क्या होगा आपके लिए इंपैक्ट नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) पेमेंट फ्रॉड रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसे लेकर वह UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) के जुड़े सिक्योरिटी फीचर्स को लगातार मजबूत कर रहा है। पूरी खबर पढ़ें