पंजाब के सुल्तानपुर लोधी पहुंचे पहुंचे आम आदमी पार्टी AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में बहुत बड़ा कहर आया है। उन्होंने कहा कि पंजाबी निस्वार्थ भाव से एक दूसरे की मदद कर रहे है। लेकिन केंद्र सकरार को भी इसमें मदद करनी चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए अफगानिस्तान में आए हुए भूकंप के लिए भारत सरकार मदद भेज रही है। लेकिन लेकिन पंजाब में इतना बड़ा दुख है, इसलिए केंद्र सरकार पंजाब की भी मदद करे। वहीं, उन्होंने कहा कि हम संभव मुआवजा लोगों को देंगे। 37 साल बाद पहली बार ऐसी बाढ़ गाई चारों तरफ बहुत बड़ी बाढ़ आई हुई है। कई पूरे के पूरे गांव बह गए हैं। कहते हैं 1988 में, यानी 37 साल पहले ऐसी बाढ़ आई थी। इसके बाद अब आई है। इतनी दुख की घड़ी में पंजाब सरकार, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, हमारे सारे मंत्री, सांसद-विधायक, हमारे सारे वर्कर, सारे अफसर, एसएसपी और डीसी इस काम में शिद्दत से लगे हुए हैं। लोग बचाने और राहत देने में जुटे हुए हैं। लोग घर छोड़ने को नहीं तैयार कई लोग ऐसे हैं जो अभी अपना घर छोड़ना नहीं चाहते। उनके पशु भी हैं। उन्हें यह भी डर है कि अगर घर छोड़ दिया तो पीछे से चोरी न हो जाए। कई लोगों को निकालकर राहत शिविरों में भेजा गया है। राहत शिविरों में सरकार की तरफ से बहुत अच्छा इंतजाम किया गया है। लोगों को किसी भी तरह की कमी नहीं होने दी जा रही है। हालांकि यह बहुत दुख का समय है, लेकिन अपनी तरफ से जो कर सकते हैं, वह किया जा रहा है। जो लोग गांवों के अंदर हैं, उन्हें वहीं पर मदद पहुंचाने की कोशिश हो रही है। सिलेंडर तक लोगों को घर पहुंचा रहेअभी मैं सीचेवाल से बात कर रहा था। इस एरिया में अगर कोई सिलेंडर की भी मांग करता है तो सीचेवाल जी सिलेंडर तक मुहैया करवा रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा योगदान पंजाबियों का ही है। मैं समझता हूं, पंजाब सिर्फ एक सूबा नहीं है। जब-जब भारत पर किसी ने आक्रमण किया, पंजाब सीना तानकर खड़ा हो गया। उसने देश की रक्षा की। हरित क्रांति के दौरान जब देश को अन्न की जरूरत पड़ी, तब पंजाब ने पूरे देश का पेट भरा। पंजाबी निस्वार्थ से एक दूसरे की मदद में जुटेआज पंजाब मुश्किल में है, लेकिन पंजाबियों का जोश देखने वाला है। एक पंजाबी दूसरे पंजाबी की जिस तरह मदद कर रहा है, वह निस्वार्थ भाव से है। लोग अपना सोचे बिना पड़ोसी की सेवा कर रहे हैं। पूरी कोशिश जारी है और पूरा प्रशासन लगा हुआ है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की तबीयत बिगड़ी आज मान साहब को भी मेरे साथ आना था। वह तीन-चार दिन से बिना खाए-पीए घूम रहे थे। आज सुबह उनकी तबीयत बहुत खराब हो गई। मैं उनके घर भी मिलने गया था। उन्हें ड्रिप लगी हुई है। मैंने उनसे निवेदन किया कि एक-दो दिन आराम करें, नहीं तो मुश्किल हो जाएगी। लेकिन उनका मन सिर्फ पंजाब की मदद करने में लगा है। उन्होंने सुबह मुझसे चर्चा की थी और बताया था कि लगभग 1400 गांव और करीब तीन लाख लोग प्रभावित हुए हैं। हर गांव के लिए एक गजटेड अफसर नियुक्त किया जा रहा है ताकि मौके पर ही मदद पहुंचाई जा सके। केंद्र सरकार से मदद की अपील मैं केंद्र सरकार से विनती करना चाहूंगा कि इस दुख की घड़ी में जितनी मदद हो सके उतनी मदद की जाए। मैंने देखा है कि अफगानिस्तान में भूकंप आने पर केंद्र सरकार ने मदद भेजी थी। यह अच्छी बात है कि दुनिया में कहीं भी कुछ हो तो मदद करनी चाहिए। लेकिन पंजाब में इतना बड़ा दुख है, इसलिए केंद्र सरकार पंजाब की भी मदद करे। राहत और पुनर्निर्माण की तैयारी एक बार पानी नीचे उतरने और वापस जाने लगेगा, तो उस समय बीमारियाँ न फैलें, इसका ध्यान रखना होगा। सड़कों को नए सिरे से बनाया जाएगा। जिनके घर टूट गए, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। जिनकी फसलें बर्बाद हो गईं, उन्हें भी मुआवजा मिलेगा। पंजाब सरकार से जितना हो पाएगा, अधिक से अधिक मदद दी जाएगी