सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा 'ट्रम्प इज डेड':60 हजार पोस्ट शेयर हुए; उपराष्ट्रपति वेंस बोले थे- देश का नेतृत्व के लिए तैयार हूं

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सेहत से जुड़े पोस्ट ट्रेंड कर रहे हैं। इन पोस्ट में 'ट्रम्प इज डेड' (ट्रम्प की मौत हो गई) लिखा है। शनिवार को ट्रम्प की मौत से जुड़े 60 हजार से ज्यादा पोस्ट शेयर किए गए हैं। जुलाई में 79 साल के ट्रम्प के हाथ पर चोट के निशान और पैरों में सूजन की तस्वीरें सामने आने के बाद से ही उनकी सेहत चर्चा में है। व्हाइट हाउस ने उस समय इन अफवाहों को खारिज किया था। अब 27 अगस्त को उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ​​​​​​के इंटरव्यू के बाद ट्रम्प के सेहत पर फिर बहस तेज हो गई। दरअसल, वेंस ने USA टूडे को कहा था कि, किसी भी बुरी परिस्थिति में वो देश का नेतृत्व के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि ट्रम्प फिलहाल पूरी तरह ठीक हैं। व्हाइट हाउस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। ट्रम्प के हाथ पर चोट के निशान दिखें 25 अगस्त को साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग के साथ मुलाकात के दौरान ट्रम्प के दाहिने हाथ पर चोट के निशान दिखा था, जिसे मेकअप से छुपाने की कोशिश की गई थी। जुलाई में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा था, 'राष्ट्रपति ट्रम्प जनता के बीच सबसे ज्यादा समय बिताते हैं और रोजाना सैकड़ों लोगों से हाथ मिलाते हैं। इसके कारण ये निशान बने हैं।' ट्रम्प के डॉक्टर सीन बारबाबेला ने बताया कि चोट के निशान बार-बार हाथ मिलाने और एस्पिरिन (पेनकिलर) के उपयोग से हुए हैं, जो हृदय रोग की रोकथाम के लिए लिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य और हल्की समस्या है, जिसमें कोई गंभीर बीमारी नहीं पाई गई। नसों की बीमारी से जूझ रहे ट्रम्प फरवरी में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जुलाई में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ मुलाकात के दौरान भी ट्रम्प के हाथ पर चोट और मेकअप के निशान देखे गए थे। इस समय व्हाइट हाउस ने बताया था कि ट्रम्प की नसों की बीमारी क्रॉनिक वेनस इनसफिशिएंसी AB9 से ग्रसित हैं। इसके कारण उनके पैरों में सूजन रहती है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 70 साल से ज्यादा उम्र को लोगों में यह बीमारी कॉमन है। लेविट ने बताया कि राष्ट्रपति की हथेलियों पर चोट के निशान हैं, जो मामूली सॉफ्ट टिशू इरिटेशन है। यह एस्पिरिन के सेवन के साइन इफेक्ट और बार-बार लोगों से हाथ मिलाने के कारण होता है। फीफा क्लब वर्ल्ड कप के दौरान ट्रम्प के पैरों में सूजन थी 13 जुलाई 2025 को न्यू जर्सी के मेटलाइफ स्टेडियम में फीफा क्लब वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पैरों में सूजन देखी गई थी। फिर, 16 जुलाई को बहरीन के प्रधानमंत्री सलमान बिन हमद अल खलीफा से मुलाकात के दौरान ट्रम्प के हाथों में चोट के निशान वाली तस्वीरें सामने आई थीं। इसके बाद सोशल मीडिया पर अटकलें लगने लगीं कि राष्ट्रपति ट्रम्प अपनी स्वास्थ्य समस्या छिपा रहे हैं। व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रम्प ने अपने पैरों के निचले हिस्से में हल्की सूजन देखी थी। इसके बाद उन्होंने जांच करवाई और सबको रिपोर्ट की जानकारी बताने का निर्देश दिया। व्हाइट हाउस बोला- ट्रम्प को हार्ट-किडनी की बीमारी नहीं व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी लेविट ने बताया था कि राष्ट्रपति के निचले अंगों के दोनों तरफ वेनस डॉपलर अल्ट्रासाउंड किए गए, जिससे पता चला कि उन्हें क्रोनिक वेनस इनसफिशिएंसी AB9 है। जांच में अन्य गंभीर हृदय रोग या किडनी की बीमारी का पता नहीं चला था। लेविट ने कहा, 'जांच रिपोर्ट में डीप वेन थ्रोम्बोसिस या धमनी रोग का भी कोई सबूत नहीं मिला। ट्रम्प का कम्प्लीट ब्लड काउंट, मेटाबोलिक पैनल, डी-डाइमर, बीटी टाइप के नैट्रियोटिक पेप्टाइड और कार्डिएक बायोमार्कर जांच भी हुआ। सभी रिपोर्ट्स नॉर्मल आए। क्या है क्रोनिक वेनस इनसफिशिएंसी, जिससे ट्रम्प ग्रसित क्रोनिक वेनस इनसफिशिएंसी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें नसों को पैरों से खून को हार्ट तक वापस ले जाने में दिक्कत होती है। यह समस्या तब होती है जब नसों में वाल्व ठीक से काम नहीं करते हैं, जिससे खून पैरों में जमा हो जाता है और सूजन, दर्द और स्किन में बदलाव हो सकता है। आमतौर पर यह समस्या 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को होती है। दुनिया में 10 से 35% एडल्ट्स को यह समस्या है। भारत में भी हर तीन में से एक वयस्क को क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी है, जबकि 4-5% लोगों में इसके लक्षण गंभीर रूप से दिखते हैं। इनमें यह कंडीशन अल्सर का रूप ले चुकी है।