पीएम मोदी और शी जिनपिंग एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर हुई व्यापक वार्ता के दौरान इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देश प्रतिद्वंद्वी नहीं बल्कि विकास में साझेदार हैं. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों पक्षों के बीच मतभेद विवादों में नहीं बदलने चाहिए.