शहर के कोहेफिजा क्षेत्र की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले 75 वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता शमसुल हसन को रविवार दोपहर डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया गया। उन्हें पुणे के आतंक निरोधी दस्ते एटीएस का इंस्पेक्टर बनकर फोन किया गया और कहा गया कि वे पहलगाम आतंकी हमले में संलिप्त हैं। इस बहाने उनसे 10 लाख रुपये की मांग की गई।