शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा फाइनल में भारत के लिए गेमचेंजर साबित हुईं. दोनों खिलाड़ियों ने बल्ले और गेंद से कमाल दिखाते हुए भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पहली बार विश्व विजेता बनाया.