गुजरात के अहमदाबाद में उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही क्रैश हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान में अकेले ज़िंदा बचे विश्वासकुमार रमेश खुद बाहर निकले थे. मगर 12 जून 2025 की तारीख़ के बाद से उनका जीवन पहले सा नहीं रहा है.