दीपावाली के बाद डोल ग्यारस की रात भी राजधानी की हवा में पटाखों का जहरीला धुंआ घुला। आधी रात तक हालात ऐसे हुए कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ने रिकार्ड स्तर छू लिया। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पर्यावरण परिसर निगरानी केंद्र ने जो रिकार्ड किया उसके मुताबिक एक्यूआइ 775 तक पहुंच गया था।