मां ने खुद सूखी रोटियां खाईं पर बेटी का सपना पूरा किया, कपड़े की गेंद से वर्ल्ड कप तक पहुंची रेणुका

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शिमला जिले के रोहड़ू उपमंडल के पारसा गांव की रेणुका ने देश को गौरवान्वित किया। उनकी सफलता के पीछे मां सुनीता ठाकुर की वर्षों की मेहनत, त्याग और संघर्ष की कहानी छिपी है। उनके पिता का सपना था कि बेटी क्रिकेटर बने और मां ने उसी सपने को अपनी जिम्मेदारी बना लिया