देहरादून पुलिस ने कहा कि इस घटना को नस्लीय भेदभाव से जोड़ा जा रहा है। सोशल मीडिया में इसको लेकर ट्रेंड चलाया जा रहा है। पुलिस की जांच में अब तक की जांच में नस्लीय भेदभाव या हिंसा का कोई सबूत सामने नहीं आए हैं।