आपके iPhone के मॉडल नंबर का पहला अक्षर क्या बताता है? M, F, N या 3A से खुल जाता है फोन का पूरा सच

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iPhone Model Number: जयपुर के रहने वाले एक शख्स ने एक refurbished iPhone खरीदा था लेकिन बाद में पता चला कि वह फोन असल में स्टोर डेमो यूनिट था. हैरानी की बात यह थी कि उन्होंने यह फोन एक लोकल इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर की वीडियो देखकर खरीदा था. यही वजह है कि आज भी कई लोग बिना जांच-पड़ताल के सोशल मीडिया पर दिख रही बातों पर भरोसा कर लेते हैं.भारत में iPhone खरीदते वक्त ऐसी गलतियां आम हैं. आज iPhone नए, पुराने, रिफर्बिश्ड, रिप्लेसमेंट और यहां तक कि डेमो यूनिट के रूप में भी बिकते हैं. इसलिए चाहे आप फोन खरीद रहे हों, गिफ्ट में मिला हो या रिपेयर के बाद वापस मिला हो iPhone का मॉडल नंबर चेक करना बेहद जरूरी है.iPhone का मॉडल नंबर कैसे चेक करें?इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, iPhone की असल पहचान जानना बहुत आसान है और इसके लिए किसी ऐप या एक्सपर्ट की जरूरत नहीं पड़ती.सबसे पहले iPhone में Settings खोलें.फिर General पर जाएं और About सेक्शन ओपन करें.यहां आपको Model Number दिखाई देगा जो कुछ इस तरह होगा जैसे MG2V4HN/A.इस मॉडल नंबर का पहला अक्षर या कोड ही बताता है कि आपका iPhone नया है, रिफर्बिश्ड है या कुछ और.मॉडल नंबर का पहला अक्षर क्या मतलब बताता है?अगर मॉडल नंबर M से शुरू होता है तो इसका मतलब है कि आपका iPhone बिल्कुल नया है और Apple ने इसे फ्रेश यूनिट के तौर पर बेचा है. यह फोन कभी रिपेयर या सर्विस में नहीं गया.अगर मॉडल नंबर F से शुरू होता है तो यह iPhone Apple द्वारा रिफर्बिश्ड किया गया है. यानी फोन पहले इस्तेमाल हो चुका था फिर Apple ने इसे ठीक करके दोबारा बेचा.अगर पहला अक्षर N है तो यह रिप्लेसमेंट यूनिट होती है. ऐसे iPhone तब दिए जाते हैं, जब किसी ग्राहक का फोन रिपेयर के दौरान बदला जाता है. यह नया नहीं बल्कि रिफर्बिश्ड कैटेगरी में ही आता है.अगर मॉडल नंबर P से शुरू होता है तो इसका मतलब है कि फोन खरीदते वक्त उस पर engraving यानी नाम या मैसेज खुदवाया गया था.वहीं अगर मॉडल नंबर की शुरुआत 3A से होती है तो यह साफ संकेत है कि फोन स्टोर डेमो यूनिट रहा है जिसे आमतौर पर शो-रूम में डिस्प्ले के लिए इस्तेमाल किया जाता है.iPhone खरीदते वक्त यह जांच क्यों जरूरी है?iPhone एक प्रीमियम फोन है और इसके लिए लोग बड़ी रकम खर्च करते हैं. ऐसे में अगर नया फोन बताकर रिफर्बिश्ड या डेमो यूनिट थमा दी जाए तो यह सीधा धोखा है. मॉडल नंबर देखकर आप सेकेंडों में सच जान सकते हैं और किसी सेलर या इंफ्लुएंसर के झांसे में आने से बच सकते हैं.रिफर्बिश्ड iPhone खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान?रिफर्बिश्ड iPhone लेने से पहले सबसे जरूरी है सेलर की विश्वसनीयता. रिव्यू, रेटिंग और रिटर्न पॉलिसी जरूर देखें. भरोसेमंद सेलर आमतौर पर वारंटी भी देते हैं. वारंटी बेहद अहम होती है. कम से कम 6 महीने की वारंटी वाला फोन चुनना बेहतर रहता है. इसके अलावा यह जरूर जांचें कि iPhone network unlocked हो. लॉक्ड फोन भविष्य में बड़ी परेशानी बन सकता है.फोन की फिजिकल कंडीशन खुद देखकर ही फैसला करें. केवल फोटो या WhatsApp वीडियो पर भरोसा न करें. बैटरी हेल्थ कम से कम 80% होनी चाहिए और Wi-Fi, SIM, टचस्क्रीन, माइक्रोफोन जैसे सभी फीचर्स ठीक से काम कर रहे हों. साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि फोन में original (OEM) पार्ट्स लगे हों और वह लेटेस्ट या कम से कम सपोर्टेड iOS वर्जन पर चल रहा हो.यह भी पढ़ें:iPhone 18 Pro Max की डिटेल्स का खुलासा! लॉन्च डेट से लेकर भारत में कीमत तक, सब कुछ हुआ लीक