Birthday Special: शाहरुख खान कभी हारते क्यों नहीं? इतना पैसा और टैलेंट कैसे है उनके पास?

Wait 5 sec.

कहावत है कि एक बार जीतना मुश्किल है लेकिन हर बार जीतना बहुत मुश्किल. और हमेशा विजेता बने रहना तो नामुमकिन, लेकिन 'ओम शांति ओम' का वो शिद्दत वाला डायलॉग याद है ना? कि...'किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने में लग जाती है.'अब ये इत्तेमाफाक कहें या कुछ और. डायलॉग भी उसने बोला जो सिर्फ एक बार नहीं जीता, कई बार जीता और आज भी हर रोज जीत रहा है. वो 'बादशाह' बन गया. कभी हारा भी तो भी जीता क्योंकि वो 'बाजीगर' है.शाहरुख खान का करियरवो शाहरुख खान हैं जिनका करियर बॉलीवुड में 1992 में शुरू हुआ यानी आज पूरे 33 साल से ज्यादा हो चुके हैं. इसके भी तीन साल पहले वो 'सर्कस' टीवी शो से अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत कर चुके थे यानी एक्टर के तौर पर वो करीब 36 सालों से एक्टिव हैं.इसके पहले से ही शाहरुख अपना एक्टिंग जौहर निखारने की कोशिश में बैरी जॉन के गाइडेंस में थिएटर भी कर चुके हैं. एक्टर ने कई अलग-अलग मौकों पर ये कहा है कि अगर आप जिंदगी में सक्सेस चाहते हैं तो आपको अपना आराम हराम करना होगा. नींद, भूख, थकान सब कुछ भूलकर काम करना होगा. जाहिर है शाहरुख ने ये सब बातें यूं ही हवा में नहीं बोलीं.हिट-फ्लॉप से ऊपर उठ गए शाहरुख'शाहरुख मेरा कॉलेज का सीनियर था जब 'दीवाना' आई तो मेरा पूरा कॉलेज फिल्म देखने गया. फिल्म में उनकी एंट्री के टाइम पर पूरे हंसराज कॉलेज के लड़कों ने इतनी सीटियां और तालियां बजाईं कि कोई गाना सुन ही नहीं पाया.' ये बात अनुराग कश्यप ने एक इंटरव्यू में बोली.उन्होंने आगे ये भी कहा, 'स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर, इकोनॉमिक्स टॉपर, बास्केट बॉल चैंपियन, ये सब शाहरुख थे और वो यूं ही सुपरस्टार नहीं हैं.' ये बात सच भी है.एक बार कमाल के एक्टर संजय मिश्रा ने भी कहा था कि जब उन्होंने शाहरुख के साथ पहली बार काम किया तो उनकी एनर्जी देखकर वो दंग रहे गए. उन्होंने सोचा कि इतनी एनर्जी कहां से आई.और यही एनर्जी शाहरुख के काम में भी दिखती है. ऐसा नहीं है कि उनकी फिल्में हमेशा ही हिट होती रही हैं, लेकिन एक बार जब उन्होंने स्टारडम पकड़ा तो छोड़ा नहीं. पिछले कई सालों में कई फ्लॉप देने के बाद भी उनका स्टारडम दिन दूना रात चौगुना बढ़ता चला गया. और आखिर में 'पठान' और 'जवान' ने जो किया वो हिस्ट्री है.करियर में मेकर्स के लिए ज्यादातर फायदेमंद रहे शाहरुखबॉलीवुड हंगामा में अपडेटेड शाहरुख खान की फिल्मों की लिस्ट देखें तो उन्होंने 33 साल में 63 फिल्में कीं. हालांकि, इन फिल्मों में कई ऐसी हैं जिनमें उनका बहुत छोटा रोल भी था. जब हमने हिट फ्लॉप और ब्लॉकबस्टर्स देखीं तो कमाल का रेशियो दिखा.दरअसल हिट, सुपरहिट, एवेरज और ब्लॉकबस्टर मिला दें तो शाहरुख ने अपने करियर में 41 फिल्मों में मेकर्स का नुकसान नहीं होने दिया. यानी उनका औसत 65 प्रतिशत से भी ज्यादा रहा है और ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि कोई स्टार लगातार 3 दशकों से ज्यादा इतना बड़ा स्टार बनकर उभरा हो.शाहरुख कैसे बने हुए हैं आज भी सबसे बड़े सुपरस्टारशाहरुख जब आए तब सलमान, अजय देवगन, अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी और आमिर खान भी आए. संजय दत्त और सनी देओल भी आ चुके थे. उसके पहले ऋषि कपूर और धर्मेंद्र, विनोद खन्ना का राज चल रहा था. अमिताभ बच्चन का अपना अलग जलवा था.इतना सब कुछ होने के बावजूद आज शाहरुख जिस जगह पर हैं वो अकेले ही हैं. उन्हें किंग खान ऐसे ही नहीं कहा जाता. दरअसल शाहरुख जब आए तब सब मारपीट कर रहे थे पर्दे पर, लेकिन शाहरुख प्यार कर रहे थे. और ये इंडियन ऑडियंस के लिए बिल्कुल रिफ्रेशिंग था.महिलाओं में उनकी दीवानगी इसलिए भी बढ गई क्योंकि वो टॉक्सिट मैस्कुलिनिटी भरा हीरो नहीं, बल्कि एक प्यार करने वाला आशिक देख रही थीं. जो सपनों का राजकुमार था और वो पर्दे पर था. 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' और 'कुछ कुछ होता है' जैसी फिल्में आज भी कईयों की फेवरेट है.शाहरुख खान ने रिस्क भी लिया. उन्होंने उस समय जब हीरो मार नहीं खाता था, सामने वाले हीरो से पर्दे पर मार खाई. जब हीरो नेगेटिव रोल नहीं करता था, तब उन्होंने नेगेटिव रोल किया. 'अंजाम' और 'बाजीगर' जैसी फिल्में उनके करियर के लिए मजबूत संबल बन गईं.इसके अलावा, शाहरुख खान का फिल्म चुनने का तरीका उन्हें सुपरस्टार बनाने के लिए काफी था. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल पूरे होने पर बताया था, 'मैंने स्वदेस चुनी क्योंकि आशुतोष गोवारिकर ऐसा चाहते थे. मैंने कभी भी फिल्म की कहानियां नहीं सुनी बल्कि मैं सीधे उन लोगों से मिलता हूं जो मेरे साथ फिल्म बनाना चाहते हैं.' शाहरुख खान का मतलब था कि वो स्क्रिप्ट के बजाय पर्सनल रिलेशन को इंपॉर्टेंस देते हैं.हाजिरजवाबी, पोलाइट रहते हुए भी लाजवाब कर देने वाले जवाब और तेज रिफ्लेक्स ये सबमें शाहरुख की कोई सानी नहीं है. इस बारे में उन्होंने खुद कई बार बताया है कि वो किताबों के बहुत शौकीन हैं. जो भी टाइम मिलता है उसमें वो किताब पढ़ लेते हैं और ये साइंटिफिकली प्रूव्ड भी है कि किताबें चीजों को आलोचनात्मक ढंग से समझने, विचारशक्ति को मजबूत करने और सोचने-समझने की क्षमता को डेवलप करने में अहम भूमिका निभाती हैं. जाहिर है शाहरुख खुद को बेस्ट बनाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं.शाहरुख खान हैं सबसे अमीर एक्टर भी, कैसेशाहरुख खान सच में बाजीगर हैं. वो दिलों को छू जाते हैं जितने प्यार से उतनी ही गंभीरता से बिजनेस को भी लेते हैं. उन्होंने 'रेड चिलीज एंटरटेनमेंट' नाम की प्रोडक्शन कंपनी 2002 में बना दी थी. उन्हें पता था कि भविष्य वीएफएक्स और टेक्नॉलजी का होने वाला है.ये फिल्म न सिर्फ फिल्में और 'द बैड्स ऑफ बॉलीवुड' जैसी सीरीज प्रोड्यूस करती है बल्कि 'रा-वन'-'जीरो' समेत और भी कई बड़ी फिल्मों के स्पेशल इफेक्ट्स पर भी काम कर चुकी है. इकोनॉमिक्स टाइम्स के मुताबिक कंपनी की वैल्यूएशन 500 करोड़ से ज्यादा है.इतना ही नहीं शाहरुख आईपीएल की शुरुआत होते ही 'कोलकाता नाइट राइडर्स' के मालिक बन गए. उन्होंने न सिर्फ टीम खरीदी बल्कि आईपीएल में भी ग्लैमर ला दिया. यहां से भी शाहरुख करोड़ों कमाते हैं. इसके अलावा, शाहरुख के पास दुबई, लंदन और लॉस एंजिल्स जैसी महंगी जगहों पर प्रॉपर्टीज भी हैं.शाहरुख के पास 12490 करोड़ रुपये की नेटवर्थ है. ऐसा हम नहीं बल्कि 2025 की हुरून इंडिया रिच लिस्ट बताती है और वो दुनिया के सबसे अमीर एक्टर हैं.कुल मिलाकर शाहरुख एक सपना हैं जो हर भारतीय जीना चाहता है. वो कोई उम्मीद नहीं जगाते बल्कि खुद एक उम्मीद हैं. शाहरुख जीते-जागते वो लीजेंड हैं जिनका स्टारडम कभी खत्म होने वाला नहीं है.