हत्याकांड की यह वारदात 23 अप्रैल 2003 की दोपहर डेढ़ बजे हुई थी। सतेंद्र सिंह बुंदेला उर्फ भैया राजा और उसके साथी पेशी से लौट रहे थे, तभी राजगढ़ चौराहे पर पहले से घात लगाए बैठे आरोपित हथियारों के साथ जीप के सामने आ गए और एक सैकड़ा से अधिक राउंड फायरिंग हुई। हमले में सतेन्द्र सिंह बुंदेला, राधाबल्लभ दांगी, मोजी तिवारी, धर्मेंद्र तिवारी की मौत हो गई थी।