नुसरत के पाकिस्तानी जीवनीकार अहमद अक़ील रूबी के अनुसार, उनकी वंशावली कम से कम नौ पीढ़ी पुरानी है. नुसरत के दादा मौलाबख़्श अपने ज़माने के मशहूर क़व्वाल थे. उनके पिता फ़तह अली और चाचा मुबारक अली अविभाजित भारत के नामी क़व्वालों में गिने जाते थे.