याचिकाकर्ता की ओर से दलील दी गई कि विवाह के बाद पता चला कि पत्नी मिर्गी की बीमारी से ग्रस्त है। यह बात ससुराल पक्ष से छिपाई थी। जब मिर्गी के दौरे बार-बार पड़ने लगे, तब सच्चाई उजागर हो गई। जब पूछताछ की गई तो पत्नी व उसके मायके वालों ने बीमारी होने से इन्कार कर दिया। हाई कोर्ट ने पति का पक्ष मजबूत पाकर उसकी मांग स्वीकार कर ली।