जब आप सुपरमार्केट या ग्रॉसरी स्टोर में राशन लेने जाते हैं, तो सबसे पहले एंट्री गेट पर बड़े-बड़े पैकेट्स में नमकीन, बिस्किट, चॉकलेट और टॉफियां नजर आती हैं। इन पर आकर्षक ऑफर लगे होते हैं, जबकि जरूरत की चीजें जैसे आटा, दाल, चावल स्टोर में सबसे पीछे रखे होते हैं। इसका मतलब साफ है कि बिजनेसमैन चाहते हैं कि आप स्वादिष्ट, लेकिन अनहेल्दी चीजें ज्यादा खरीदें। ये प्रोडक्ट्स सस्ते पड़ते हैं और इनकी शेल्फ लाइफ भी ज्यादा होती है, जिससे दुकानदारों को अच्छा मुनाफा मिलता है। ये इतनी लुभावनी होती हैं कि इन्हें बार-बार खाने का मन करता है, लेकिन ये धीरे-धीरे सेहत को डैमेज करती हैं। ऐसे अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स बार-बार खाने से ओबिसिटी, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां बढ़ती हैं। इनमें शुगर, नमक, अनहेल्दी फैट्स और केमिकल्स भरे होते हैं, जो गट हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं। बेहतर है कि ग्रॉसरी से ये चीजें कम खरीदें और प्राकृतिक, फ्रेश फूड्स को प्राथमिकता दें। इसलिए ‘जरूरत की खबर’ में जानेंगे कि ग्रॉसरी स्टोर से क्या खरीदना नुकसानदायक है। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. हिमांशु भटेजा, कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली ग्रॉसरी स्टोर से न खरीदें ये 15 चीजें ग्रॉसरी स्टोर में कुछ चीजें बाजार में हेल्दी बताकर बेची जाती हैं, लेकिन असल में ये सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं। इनमें शुगर, नमक और प्रिजर्वेटिव्स भरे होते हैं जो गट हेल्थ खराब करते हैं और बीमारियां बढ़ाते हैं। ग्राफिक में देखिए इन 16 चीजों की लिस्ट- अब जानते हैं कि इनमें क्या मिलाया जाता है, इन्हें क्यों न खाएं और इनका हमारी सेहत पर क्या असर होता है। बिस्किट्स और कुकीज: मैदा, ट्रांस फैट्स, शुगर और आर्टिफिशियल फ्लेवर्स से बनते हैं। नमकीन, चिप्स, भुजिया: ज्यादा तेल, नमक, MSG और प्रिजर्वेटिव्स से बनते हैं। टॉफी और शुगर कैंडीज: हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, आर्टिफिशियल कलर्स, प्रिजर्वेटिव्स से बनती हैं। चॉकलेट्स: एक्स्ट्रा शुगर, मिल्क सॉलिड्स, हाइड्रोजनेटेड ऑयल्स से बनते हैं। सॉफ्ट ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स: कार्बोनेटेड शुगर, फॉस्फोरिक एसिड, कैफीन से बनते हैं। पैक्ड फ्रूट जूस: कंसंट्रेटेड शुगर, प्रिजर्वेटिव्स और इमल्सिफायर्स से बनते हैं, इनमें फाइबर नहीं होता है। इंस्टेंट नूडल्स और रिफाइंड पास्ता: मैदा, MSG, ज्यादा सोडियम और पाम ऑयल से बनते हैं। फ्लेवर्ड योगर्ट्स और स्वीट डेयरी ड्रिंक्स: हिडन शुगर, आर्टिफिशियल फ्लेवर्स, स्टेबलाइजर्स से बनते हैं। फ्रोजन प्रोसेस्ड मीट: सोडियम नाइट्राइट, प्रिजर्वेटिव्स, अनहेल्दी फैट्स से बनते हैं। ब्रेड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड: मैदा, शुगर, ट्रांस फैट्स से बनते हैं, न्यूट्रिशन नहीं होता है। शुगरी ब्रेकफास्ट सीरियल्स: शुगर, आर्टिफिशियल विटामिन्स और फ्लेवर्स से बनते हैं। आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट्स: शुगर, इमल्सिफायर्स, हाइड्रोजनेटेड फैट्स से बनते हैं। पैक्ड अचार और रेडी-टू-ईट चटनी: ज्यादा नमक, तेल, प्रिजर्वेटिव्स से बनते हैं। मीठी चाय, दूध वाली कॉफी: मिल्क पाउडर, शुगर, हाइड्रोजनेटेड ऑयल्स से बनते हैं। हेल्थ ड्रिंक्स (बच्चों के लिए): शुगर, आर्टिफिशियल विटामिन्स और फ्लेवर्स से बनते हैं। सवाल- ये चीजें क्यों इतनी हानिकारक हैं? जवाब- ये सभी अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स हैं, जिनमें फैक्ट्री में कई प्रोसेस के दौरान बहुत से केमिकल्स मिलाए जाते हैं। ये गट हेल्थ खराब करते हैं, क्योंकि इनमें फाइबर कम होता है और हानिकारक तत्व ज्यादा होते हैं। ऐसे फूड्स खाने से मोटापा, हार्ट डिजीज, कैंसर और डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। सवाल- गलत ग्रॉसरी शॉपिंग से क्या समस्याएं होती हैं? जवाब- बिस्किट, कैंडीज और चॉकलेट्स जैसी चीजें बार-बार खाने से कई बीमारियां हो सकती हैं। ग्राफिक में देखिए, इससे होने वाले मुख्य कॉम्प्लिकेशन- हेल्दी शॉपिंग के लिए टिप्स जब ग्रॉसरी खरीदने जाएं तो स्टोर के पीछे वाले सेक्शन से शुरुआत करें, जहां फ्रेश चीजें रखी होती हैं। यहां आटा, दाल, चावल और सब्जियां मिलेंगी। ग्राफिक में देखिए मुख्य टिप्स- इन चीजों से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और उनके जवाब सवाल: क्या ग्रॉसरी स्टोर में आगे रखे बिस्किट-नमकीन वाकई इतने खराब हैं? जवाब: हां, ये सब अल्ट्रा प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड हैं। अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स से मोटापे का रिस्क कई गुना ज्यादा हो जाता है। इससे हार्ट डिजीज और कैंसर का रिस्क भी बढ़ता है। इनमें फाइबर कम होता है या नहीं के बराबर होता है। केमिकल्स ज्यादा होते है, जो गट माइक्रोबायोम को असंतुलित कर देते हैं। कुल-मिलाकर कई बीमारियों को दावत देने जैसा है। सवाल: बाजार में ये चीजें हेल्दी बताकर क्यों बेची जाती हैं? जवाब: यह सब मार्केटिंग का हिस्सा है। पैक्ड जूस को विज्ञापन में 100% फ्रूट जूस की तरह दिखाया जाता है, लेकिन इसमें शुगर, इमल्सिफायर्स और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं। इन्हें पीने से फायदे की जगह नुकसान होता है। सवाल: इनके हेल्दी विकल्प क्या हैं? जवाब: बेहतर है कि ज्यादातर चीजें घर में तैयार करें। बाजार से फ्रूट जूस लाने की बजाय पूरा फल लेकर खाएं। ब्रेड की जगह होल ग्रेन्स लेकर, उसके आटे से रोटियां बनाएं। नमकीन की जगह नट्स और सीड्स लेकर उन्हें रोस्ट कर लें। इन्हें स्वाद से खाएं। ……………… ये खबर भी पढ़िए जरूरत की खबर- समय से पहले सफेद हो रहे बाल:हो सकती है जरूरी विटामिन्स, मिनरल्स की कमी, जानें हेल्दी बालों के लिए क्या खाएं विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के मुताबिक, दुनिया में हर साल लाखों लोगों को समय से पहले सफेद बालों की समस्या होती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, दुनिया के 25% से ज्यादा लोगों के बाल समय से पहले सफेद हो जाते हैं। पूरी खबर पढ़िए...