Water Heater: सर्दियों का मौसम आते ही हर घर में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है वाटर हीटर (Geyser). ठंडे पानी से नहाने की हिम्मत किसी में नहीं होती लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर बार गीजर चालू करने पर आपकी जेब पर कितना बोझ बढ़ जाता है? अगर नहीं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है क्योंकि वाटर हीटर बिजली की सबसे ज़्यादा खपत करने वाले उपकरणों में से एक है.हर घंटे कितना बिजली खाता है गीजर?एक सामान्य इलेक्ट्रिक गीजर की पावर रेटिंग 1500 वॉट से लेकर 3000 वॉट तक होती है. इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपका गीजर 2000 वॉट का है तो वह हर घंटे लगभग 2 यूनिट बिजली खपत करेगा. अब अगर बिजली की दर ₹8 प्रति यूनिट मानी जाए, तो सिर्फ एक घंटे के इस्तेमाल में आपका ₹16 का बिल बढ़ जाएगा. और अगर परिवार में एक से ज़्यादा लोग नहाते हैं तो यह खर्च दोगुना या तिगुना भी हो सकता है.टेम्परेचर और यूज़ टाइम से पड़ता है असरगीजर की बिजली खपत पूरी तरह इस बात पर निर्भर करती है कि आप पानी कितना गर्म करते हैं और कितनी देर तक मशीन चालू रखते हैं. अगर आप तापमान को 70°C या उससे ज़्यादा सेट करते हैं तो हीटिंग एलिमेंट को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे बिजली खपत तेजी से बढ़ जाती है. वहीं, अगर आप गुनगुना पानी पसंद करते हैं और टाइमर का इस्तेमाल करते हैं तो बिजली की खपत काफी कम हो सकती है.बिजली बचाने के स्मार्ट तरीकेसिर्फ जरूरत के समय गीजर चालू करें.गीजर को 60°C पर सेट करें, इससे पर्याप्त गर्म पानी मिलेगा और बिजली की बचत भी होगी.इंस्टेंट वाटर हीटर का इस्तेमाल करें, जो सिर्फ जरूरत के समय पानी गर्म करता है.गीजर की टंकी को समय-समय पर साफ करें, ताकि हीटिंग एलिमेंट पर स्केलिंग न जमे.यह भी पढ़ें:बिना आग, बिना हीटर! माइक्रोवेव ऐसे करता है खाना गर्म, 90% लोग आज तक नहीं जानते इसका साइंस वाला राज