राहुल बोले-साफ हवा मांगने वालों से अपराधियों जैसा व्यवहार क्यों:प्रदूषण का विरोध करने पर अरेस्ट किया था; दिल्ली का AQI 436 पार

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दिल्ली में बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ विरोध कर रहे लोगों को हिरासत में लेने पर राहुल गांधी ने सरकार की आलोचना की है। उन्होंने X पर कहा- शांतिपूर्ण तरीके से साफ हवा की मांग करने वाले नागरिकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है? दरअसल दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम होते-होते पुलिस ने लोगों को इंडिया गेट से हटाया। इस दौरान कई लोगों को डिटेन किया गया था। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार ने प्रदूषण से निपटने की कोई प्लानिंग नहीं की। इधर, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार रविवार सुबह दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 391 दर्ज हुआ, जो गंभीर श्रेणी में है। कई इलाकों जैसे बवाना (436), पटपड़गंज (425), आरके पुरम (422) और आनंद विहार (412) में हालात बेहद खराब हैं। इंडिया गेट पर प्रदर्शन की 5 तस्वीरें... राहुल बोले- वोट चोरी वाली सरकार को परवाह नहींराहुल गांधी ने X पर प्रदर्शन का एक वीडियो रिपोस्ट करते हुए लिखा- 'वायु प्रदूषण करोड़ों भारतीयों को प्रभावित कर रहा है। हमारे बच्चों और हमारे देश के भविष्य को नुकसान पहुंचा रहा है। लेकिन वोट चोरी से सत्ता में आई सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है, न ही वह इस संकट को हल करने का प्रयास कर रही है। हमें स्वच्छ हवा की मांग कर रहे नागरिकों पर हमला करने के बजाय, वायु प्रदूषण पर अभी से निर्णायक कार्रवाई करने की जरूरत है।' पर्यावरण कार्यकर्ता बोले- हर तीसरे बच्चे के फेफड़े प्रदूषण से प्रभावित विरोध करने वालों में मौजूद पर्यावरण कार्यकर्ता भवरीन कंधारी ने कहा कि बच्चों की सेहत तेजी से बिगड़ रही है। हर तीसरे बच्चे के फेफड़े प्रदूषण से प्रभावित हैं। एक और प्रदर्शनकारी अभिषेक ने कहा कि सरकारें एक-दूसरे पर आरोप लगाने में लगी हैं, जबकि लोगों को स्वच्छ हवा का बुनियादी अधिकार भी नहीं मिल रहा। इंडिया गेट पर कई महिलाएं अपने बच्चों के साथ पहुंची थीं। लोगों ने केंद्र और राज्य सरकार से साफ हवा की मांग की। वहीं, पुलिस ने कहा कि विरोध करने वाले बिना परमिशन के इंडिया गेट पर जमा हुए। डीसीपी देवेश कुमार महला ने कहा कि यह एक्शन एहतियातन लिया गया। विरोध के लिए केवल जंतर-मंतर ही तय जगह है। AQI 400 पहुंचा, अस्पतालों में मरीजों की संख्या 15% बढ़ी रविवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स इस सीजन के अपने सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया। जो कई इलाकों में 400 पार रहा, ये सबसे खराब लेवल माना जाता है। धूप खुलने के बाद इसमें मामूली सुधार हुआ था, AQI 391 रिकॉर्ड किया गया। राजधानी के अस्पतालों में सांस और अस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में रेस्पिरेटरी विभाग पूरा भर चुका है। डॉक्टरों के अनुसार ओपीडी में 10 से 15 फीसदी मरीज बढ़े हैं। खांसी, जुकाम, आंखों में जलन और सांस की दिक्कत के केस आम हो गए हैं। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोग सुबह-शाम घर से बाहर निकलने से बचें, मास्क पहनें। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली को अब अस्थायी नहीं, बल्कि दीर्घकालिक समाधान की जरूरत है। दिल्ली में सरकारी-MCD दफ्तरों का समय बदला गया दिल्ली में सरकारी दफ्तर और म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन डिपार्टमेंट (MCD) के दफ्तरों की टाइमिंग बदली गई है। दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने ये फैसला एयर पॉल्यूशन और ट्रैफिक में कमी लाने के लिए किया। नई टाइमिंग 15 नवंबर से लागू होंगी, जो 15 फरवरी 2026 तक लागू रहेगीं। अब दिल्ली सरकार के दफ्तर सुबह 10 बजे से शाम 6.30 बजे तक खुलेंगे। वहीं, MCD दफ्तर सुबह 8.30 से शाम 5 बजे तक खुलेंगे। अभी दोनों दफ्तरों का समय सिर्फ 30 मिनट के अंतर से चलता है। इसके कारण सुबह-शाम ट्रैफिक बढ़ जाता है और प्रदूषण में भी इजाफा होता है। नई टाइमिंग से पीक ऑवर ट्रैफिक कम करने की कोशिश की गई है। ........................... दिल्ली के पॉल्यूशन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... देश में वायु प्रदूषण रोकने सुप्रीम कोर्ट में याचिका: दावा- दिल्ली में 22 लाख बच्चों के फेफड़े खराब; प्रदूषण को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करें भारत भर में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई। याचिका ल्यूक क्रिस्टोफर काउंटिन्हो ने दायर की। वे पीएम नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया मूवमेंट के वेलनेस चैंपियन यानी दूत रहे हैं। क्रिस्टोफर का कहना है कि देश में वायु प्रदूषण का स्तर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के अनुपात में पहुंच गया है। अकेले दिल्ली में करीब 22 लाख स्कूली बच्चों को फेफड़ों में इतना नुकसान हो चुका है कि उनकी रिकवरी मुश्किल है। पूरी खबर पढ़ें...