देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर आज प्रदूषण के ऐसे भंवर में फंस चुके हैं, जहां सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। सबसे अधिक खतरे में हैं वो मासूम, जिनका इस प्रदूषण में कोई दोष नहीं। जन्म लेते ही ये बच्चे जहरीली हवा में सांस लेने सांस लेने को मजबूर हैं।