प्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने राजा राममोहन राय को अंग्रेजों का दलाल बताया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन मिशनरी स्कूलों के जरिए लोगों की आस्था बदलने का कुचक्र चला रहा था। इसी साजिश का हिस्सा राजा राममोहन राय भी थे।