कोविड के बाद ब्लैक फंगस से जूझ रहे 52 मरीजों को एम्स भोपाल की टीम ने नया जीवन दिया। इन मरीजों ने अपने ऊपरी जबड़े खो दिए थे और समाज से कट गए थे। डॉ. अंशुल राय और उनकी टीम ने जायगोमैटिक इम्प्लांट तकनीक से न केवल उनकी सर्जरी की, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी पुनर्जीवित किया।