क्या महिलाएं इस बार चुनाव नतीजों की दिशा बदलने वाली साइलेंट फ़ोर्स बन रही हैं? क्या सच में ग्राउंड पर नीतीश कुमार की साख को लेकर उतनी ही चुनौती महसूस हो रही है जितनी सोशल मीडिया पर नज़र आती है?