किताब- द 5 टाइप्स ऑफ वेल्थ लेखक- साहिल ब्लूम अनुवादक- डॉ. सुधीर दीक्षित प्रकाशक- मंजुल पब्लिकेशन मूल्य- 499 रुपए 'द 5 टाइप्स ऑफ वेल्थ' एक ऐसी किताब है जो आपको बताती है कि जिंदगी में असली खुशी सिर्फ पैसे से नहीं आती। लेखक साहिल ब्लूम, जो एक इंस्पिरेशनल स्पीकर, एंटरप्रेन्योर और न्यूजलेटर राइटर हैं, कहते हैं कि हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि धन मतलब सिर्फ बैंक बैलेंस। हालांकि, सच तो ये है कि एक सच्ची अमीर जिंदगी इन पांच तरह के धन से बनती है- टाइम वेल्थ, सोशल वेल्थ, मेंटल वेल्थ, फिजिकल वेल्थ और फाइनेंशियल वेल्थ। ये किताब खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो अपनी जिंदगी को नए सिरे से डिजाइन करना चाहते हैं। चाहे आप कॉलेज से निकले नए युवा हों, मिडिल एज में संघर्ष कर रहे हों या रिटायरमेंट के करीब, ये किताब आपको रास्ता दिखाती है। साहिल ने तीन साल की रिसर्च, अपनी पर्सनल एक्सपीरियंस और हजारों लोगों से इंटरव्यू के आधार पर ये सिस्टम बनाया है। किताब में कहानियां, साइंस-बेस्ड टिप्स और एक्शनेबल इनसाइट्स हैं, जो आपको तुरंत बदलाव लाने में मदद करेंगी। किताब क्या सिखाती है? आज की भागदौड़ वाली दुनिया में हम सब पैसे कमाने के पीछे लगे रहते हैं। इसका नतीजा ये होगा कि बर्नआउट, अकेलापन और हमेशा कुछ कमी का एहसास होगा। साहिल कहते हैं कि ये सब इसलिए क्योंकि हम धन को सिर्फ एक ही रूप में देखते हैं। किताब में वो पांच तरह के धन की बात करते हैं, जो एक-दूसरे से जुड़े हैं और जिंदगी के हर सीजन में बैलेंस बनाते हैं। ये किताब आपको डिफॉल्ट रास्ते को रिजेक्ट करने और अपनी ड्रीम लाइफ डिजाइन करने का ब्लूप्रिंट देती है। मिसाल के तौर पर, साहिल एक बुजुर्ग व्यक्ति की कहानी शेयर करते हैं, जिन्होंने जिंदगी भर पैसे कमाए लेकिन रिश्तों पर ध्यान नहीं दिया। आखिर में वो अकेले और दुखी थे। ये कहानी हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम भी यही गलती कर रहे हैं? किताब क्यों है इतनी खास? ये किताब इसलिए खास है क्योंकि ये सिर्फ थ्योरी नहीं बताती, बल्कि प्रैक्टिकल टूल्स और क्वेश्चन देती है जो आपको सोचने पर मजबूर करते हैं। साहिल की राइटिंग स्टाइल इतनी सिंपल और इंगेजिंग है कि लगता है कोई दोस्त कॉफी पर बैठकर अपनी स्टोरी सुना रहा हो। उन्होंने अपनी जिंदगी के उतार-चढ़ाव शेयर किए हैं- कैसे वो हाई-अचीवर थे लेकिन अंदर से खाली महसूस करते थे। रिसर्च से पता चलता है कि 50 साल की उम्र में अच्छे रिश्ते 80 साल की उम्र में अच्छे स्वास्थ्य की गारंटी देते हैं। किताब में ऐसे फैक्ट्स हैं जो साइंस से बैकअप लेते हैं। टिम कुक जैसे लोग इसे 'पावरफुल कॉल टू एक्शन' कहते हैं। सुजैन केन जैसी लेखिका कहती हैं कि इसमें ग्रेट स्टोरीटेलिंग और विजडम है। कुछ रिव्यूज में कहा गया है कि ये किताब हाई-अचीवर्स के लिए ज्यादा सूट करती है, लेकिन मुझे लगता है कि हर कोई इसमें कुछ न कुछ पा सकता है। किताब के 6 बड़े सबक किताब में लेखक ने आंकलन किया है कि जिंदगी में क्या, कब और कितना महत्वपूर्ण है। उसके हिसाब से जीवन के लिए 6 सबक दिए हैं। ग्राफिक में देखिए- किताब में बताई गई 5 तरह की वेल्थ को जीवन का हिस्सा बनाएं टाइम वेल्थ: समय को अपना बॉस बनाएं साहिल कहते हैं कि समय सबसे कीमती है क्योंकि ये वापस नहीं आता। हम सब व्यस्त रहते हैं, लेकिन असल में प्रोडक्टिव नहीं है। किताब सिखाती है कि एनर्जी-क्रिएटिंग टास्क्स पर फोकस करें। कैसे करें? सोशल वेल्थ: रिश्तों को गहरा बनाएं अकेलापन आज की सबसे बड़ी बीमारी है। किताब बताती है कि अच्छे रिश्ते स्वास्थ्य और खुशी की कुंजी हैं। साहिल हजारों इंटरव्यू से ये निकालते हैं कि रिश्तों की क्वालिटी मायने रखती है। कैसे करें? मेंटल वेल्थ: उद्देश्य और क्लैरिटी पाएं दिमागी शांति के बिना बाकी सब बेकार। किताब सिखाती है कि लगातार सीखें, रिफ्लेक्ट करें और पर्पज ढूंढें। कैसे करें? फिजिकल वेल्थ: स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें शरीर स्वस्थ न हो तो बाकी वेल्थ का क्या फायदा? किताब तीन सिंपल प्रिंसिपल्स देती है- मूवमेंट, न्यूट्रिशन और रिकवरी। कैसे करें? फाइनेंशियल वेल्थ: पर्याप्त धन कमाएं पैसा जरूरी है लेकिन सबकुछ नहीं। किताब सिखाती है कि अपना 'एनफ' डिफाइन करें- वो अमाउंट जो आपको फ्रीडम दे बिना ज्यादा की लालच में। कैसे करें? दोस्त की तरह है किताब 'द 5 टाइप्स ऑफ वेल्थ' सिर्फ किताब नहीं, बल्कि एक गाइड है जो आपको जिंदगी की राह दिखाती है। ये आपको खुशी, बैलेंस और फ्रीडम देती है। साहिल की स्टोरीटेलिंग इतनी रिलेटेबल है कि पढ़ते हुए लगता है ये मेरी ही बात है। कुछ रिव्यूज में कहा गया कि ये किताब उन लोगों के लिए ज्यादा है जो पहले से सक्सेसफुल हैं, लेकिन मैं कहता हूं कि ये हर उम्र, हर बैकग्राउंड के लिए है। ये आपको इंस्टेंट पॉजिटिव चेंज करने की पावर देती है। कौन पढ़ सकता है? क्यों पढ़ें? ये किताब इसलिए पढ़नी चाहिए क्योंकि ये आपको वो टूल्स देती है जो स्कूल में नहीं सिखाए जाते। ये आपको सिखाती है कि कैसे प्रायोरिटी सेट करें, बेहतर डिसीजन लें और सपनों वाली जिंदगी बनाएं। हर चैप्टर में एक्शन गाइड्स हैं, जैसे क्वेश्चन जो आपको सोचने पर मजबूर करेंगे। मिसाल के तौर पर, टाइम वेल्थ चैप्टर में वो बताते हैं कि कैसे एनर्जी-ड्रेनिंग टास्क्स कट करें। रिव्यूज में लोग कहते हैं कि ये किताब ने उनकी थिंकिंग चेंज कर दी। टिम कुक इसे 'लाइट्स यू अप' कहते हैं। अगर आप भी जिंदगी में कुछ मिसिंग फील करते हैं, तो आज ही पढ़ें। ये किताब आपको फुलफिलमेंट की तरफ ले जाती है, वो भी तेजी से। कुल मिलाकर, ये एक ट्रांसफॉर्मेटिव गाइड है जो आपको असली मायनों में अमीर बनाती है। ……………… ये खबर भी पढ़िए बुक रिव्यू- जीवन बदलना है तो पहले अपना एटीट्यूड बदलिए: अपनी ताकत को पहचानिए, जब लगे कि थक गए तो खुद को थोड़ा और पुश करिए कभी-कभी हमें जिंदगी में एक ठहराव चाहिए। एक पल, जहां हम रुकें और सोचें कि हम कहां जा रहे हैं, क्या कर रहे हैं। एटीट्यूड ऐसी ही किताब है, जिसे पढ़ते हुए आपको लगेगा कि ये कोई आम सेल्फ-हेल्प बुक नहीं है। पूरी खबर पढ़िए...