इससे पहले बांग्लादेश में हिंदुओं का जमात जैसी इस्लामी पार्टी में शामिल होना असामान्य बात थी. ऐसा पहले कभी सुनने में नहीं आया था. एक इस्लामी पार्टी अल्पसंख्यकों को रिझाने की कोशिश क्यों कर रही है?