ड्रोन से ली गई तस्वीरों में यह ब्रिज 90 डिग्री के तीखे मोड़ में दिखाई दिया, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ने की बात स्थानीय नागरिकों ने उठाई है। रहवासियों का कहना है कि बिना उचित सर्वेक्षण के निर्माण शुरू किया गया, जिसके चलते ब्रिज की दिशा बदलनी पड़ी।