इंदौर की युवती ईशा जायसवाल एविएशन का कोर्स करने गई थी, जहां टैटू को लेकर आपत्ति थी। इस पर वह प्योरशेडो क्लीनिक गई जहां उसे विश्वास दिलाया गया कि टैटू हट जाएगा। ईशा का आरोप है कि जिस दीपक ने उसका इलाज किया वह डॉक्टर नहीं था। उसने करीब 10 बार ट्रीटमेंट लिया, उसके हाथ की त्वचा जल गई और छाले हो गए।