संजय यादव को साथ लेकर तेजस्वी ने सियासी मैदान में काफ़ी सुर्खियाँ बटोरीं और लालू की राजनीतिक विरासत को संभाला. लेकिन मौजूदा चुनावी नाकामी ने उनसे जुड़ी कई शिकायतों को सामने ला दिया है.