केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छात्रों और अभिभावकों को एक बड़ी चेतावनी जारी की है. बोर्ड ने साफ शब्दों में कहा है कि हाल ही में कुछ अनधिकृत और फर्जी प्लेटफॉर्म छात्रों और अभिभावकों को गुमराह कर रहे हैं. ये प्लेटफॉर्म नकली मार्कशीट, फर्जी सर्टिफिकेट और रिकॉर्ड सुधार से जुड़ी झूठी जानकारी फैला रहे हैं. ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर भरोसा करना न केवल छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि इससे आर्थिक नुकसान और कानूनी दिक्कतें भी हो सकती हैं.सीबीएसई ने जोर देकर कहा है कि बोर्ड से जुड़ी हर आधिकारिक जानकारी सिर्फ सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट और क्षेत्रीय कार्यालयों के जरिए ही उपलब्ध होती है. चाहे बात डुप्लीकेट दस्तावेज जारी करने की हो, प्रमाणपत्र या मार्कशीट में सुधार की हो, या फिर छात्र और परीक्षा संबंधी किसी भी सेवा की सभी प्रक्रियाएं सिर्फ आधिकारिक चैनलों के माध्यम से ही पूरी की जाती हैं.इसलिए छात्रों और अभिभावकों को चाहिए कि वे किसी भी अनजान वेबसाइट, एजेंसी या सोशल मीडिया पेज पर भरोसा न करें. फर्जी वेबसाइट्स और व्यक्तियों के झांसे में आने से न केवल पैसे का नुकसान हो सकता है, बल्कि कई बार कानूनी मुश्किलें भी खड़ी हो जाती हैं.बढ़ते फर्जीवाड़े से बोर्ड हुआ सतर्कबीते कुछ समय में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां छात्रों को डुप्लीकेट मार्कशीट या प्रमाणपत्र दिलाने के नाम पर ठगी की गई. कई जगहों पर कुछ लोग यह दावा करते पाए गए कि वे बोर्ड से जुड़े हैं और छात्रों को “शॉर्टकट” तरीके से दस्तावेज उपलब्ध करा सकते हैं. जबकि हकीकत यह है कि सीबीएसई का ऐसे किसी भी बाहरी एजेंट या प्लेटफॉर्म से कोई संबंध नहीं है. बोर्ड ने साफ कहा है कि छात्रों और अभिभावकों को सिर्फ cbse.gov.in वेबसाइट और क्षेत्रीय दफ्तरों से ही आधिकारिक जानकारी लेनी चाहिए.छात्रों और अभिभावकों से अपीलसीबीएसई ने सभी छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह या झूठी जानकारी पर ध्यान न दें. अगर किसी तरह का संदेह हो, तो सीधे बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क करें या बोर्ड की वेबसाइट देखें. इसके साथ ही बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी थर्ड पार्टी या अनधिकृत प्लेटफॉर्म से मिली जानकारी के कारण होने वाली समस्या या नुकसान की जिम्मेदारी सीबीएसई की नहीं होगी.असली और नकली में फर्क कैसे करें?छात्र और अभिभावक असली और नकली सूचना में फर्क इस तरह कर सकते हैं:हमेशा सिर्फ सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट से ही जानकारी लें.किसी भी संदिग्ध वेबसाइट या सोशल मीडिया पेज पर अपनी जानकारी साझा न करें.अगर कोई व्यक्ति खुद को सीबीएसई का प्रतिनिधि बताता है, तो उसकी पहचान आधिकारिक चैनल से जरूर सत्यापित करें.बोर्ड द्वारा जारी किए गए प्रेस रिलीज और नोटिफिकेशन पर ही भरोसा करें.यह भी पढ़ें- सैम मानेकशॉ, ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा की कहानियां पढ़ेंगे स्टूडेंट्स, NCERT के सिलेबस में बड़ा बदलाव