छत्तीसगढ़ में नागपंचमी पर कुश्ती की परंपरा 100 साल से भी पुरानी है। शहर के पुराने अखाड़ों में इस दिन कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। दंतेश्वरी अखाड़ा, जैतूसाव मठ और गुढ़ियारी के अखाड़े में नागपंचमी पर कुश्ती प्रतियोगिता होती है। इन अखाड़ों में युवाओं के साथ-साथ बच्चे और युवतियां भी कुश्ती में भाग लेते हैं। यह परंपरा आज भी जीवित है और लोगों को आकर्षित करती है।