भारतीय सुरक्षाबलों को आतंकियों के बारे में जानकारी 18 जुलाई से ही मिल रही थी। ऐसे में सेना ने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तैयारी की और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।