पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इसी क्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में पूजा कमेटियों के साथ बैठक की. बैठक में प्रशासन, पुलिस और फायर डिपार्टमेंट के वरिष्ठ अधिकारी और शहर के प्रमुख पूजा आयोजक भी मौजूद थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूजा अनुदान बढ़ाने की घोषणा की.अनुदान ₹85,000 से बढ़ाकर ₹1.10 लाखमुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले साल क्लबों को ₹85,000 की सहायता दी गई थी. इस साल उसमें ₹25,000 की वृद्धि करते हुए इसे ₹1.10 लाख कर दिया गया है. यह सहायता राज्य भर के लगभग 45,000 पूजा आयोजकों को मिलेगी, जिनमें बड़े, मध्यम और छोटे क्लब शामिल हैं.बिजली पर 80% की छूट और फीस माफमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान बिजली उपयोग पर पिछले साल 75% की छूट दी गई थी, जिसे इस साल बढ़ाकर 80% कर दिया गया है. साथ ही, सभी तरह की सरकारी फीस को माफ कर दिया गया है ताकि आयोजकों को किसी तरह की परेशानी न हो.त्योहार के जरिए होता है रोजगार सृजन- सीएमममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग अदालत में पूजा से जुड़ी बैठक पर सवाल उठाते हैं, लेकिन यह त्योहार सिर्फ आस्था का नहीं, बल्कि हजारों लोगों के रोजगार का भी माध्यम है. युवाओं की पूरी टीम छह महीने पहले से थीम, सजावट और आयोजन की तैयारी में जुट जाती है.ममता बोलीं- बंगाल सबको अपनाता हैमुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में हर धर्म और त्योहार का सम्मान होता है. यहां न केवल दुर्गा पूजा, बल्कि लक्ष्मी, सरस्वती और गणेश पूजा भी बड़े पैमाने पर होती है. उन्होंने कहा कि "कुछ लोग कहते हैं कि ममता जी पूजा नहीं होने देतीं, लेकिन यहां हर घर में पूजा होती है."दुर्गा पूजा कार्निवल और विसर्जन तिथियां घोषितबैठक में ममता बनर्जी ने यह भी बताया कि इस साल दुर्गा पूजा कार्निवल 5 अक्टूबर को होगा, जबकि 2, 3 और 4 अक्टूबर को विसर्जन की तिथियां तय की गई हैं. उन्होंने कोलकाता पुलिस और राज्य पुलिस के बीच समन्वय बनाए रखने पर भी ज़ोर दिया.महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरिमुख्यमंत्री ने आयोजकों को विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने को कहा. उन्होंने निर्देश दिया कि त्योहार के दौरान हर स्तर पर महिला सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं.