'धनखड़ को फोन किया जाता है बड़े मंत्री द्वारा, इस्तीफा दीजिए या फिर...', 21 जुलाई के सियासी क्लाइमैक्स की कहानी!

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21 जुलाई को दिन भर के घटनाक्रम के बाद 10 मंत्रियों के ग्रुप बनाए गए, हर मंत्री के घर पर 10 सांसद पहुंचते हैं. उनको बताया जाता है कि सरकार ये सोच रही है कि अगर जगदीप धनखड़ नहीं मानते हैं कि तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. उनको ब्रीफ किया जाता है. उनको कारण बताया जाता है, हिस्ट्री बताई जाती है कि किस तरीके से पिछले 6 महीनों में जगदीप धनखड़ ने सरकार के साथ कोआर्डिनेशन नहीं किया है.